मेरे पंखों को उड़ने से मत रोको
ये ज़रिया है किसी
माँ-बाप की उम्मीदों का।
माना कि साथ नही
हाँथ की लकीरे
मगर ये जिंदगी
तकदीर से बड़ी,
किस्मत से छोटी तो नहीं
ये सिलसिला है
उन लिहाजों का, जज्बातों का।
जिनकी बातें आम है,
वो छुपे हुए आंसुओं
की ताक़त का परिणाम है
राज जो दफ़न है सीने में
पर ख्याब मुक्कमल है जीने में
रूह के सुकून के लिए।
वक़्त ठहरा न कभी,
सपनों के जूनून के लिए
चाहे लाख पहरे हो मोड़ पर
साहस भरे तूफ़ान से
राहों में, उन पहरों को तोड़ कर
उन बाधाओं को पार कर
ये दिल दरिया है,
साथ देना है जिसे तेज बहाव का
ध्यान कहाँ उसे
उस पतझड़ में फ़सी नाव का
मुश्किलें हजार है
मुकाबले अपार है
फिजूल अहंकार है
चारो तरफ मचा हाहाकार है
जिनकी बस यही पुकार है
"दूसरों के काम की हो निंदा
मजा है ये ,हूँ मै क्यूँ शर्मिंदा?"
ये किस्सा है
उन बेचैनीयों को खामोश करने का।
जिनमे बस इंतज़ार की आस है ।
तेरी हर कामयाबी की
वक़्त को भी तलाश है ।।
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