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Showing posts from 2019

याद है मुझे भूला नहीं हूँ मैं।

वो चाय की दुकान, वो तुम्हारे घर का पकवान, याद है मुझे भूला नहीं हूँ मैं। वो बात बात पर जुबां पर गालियां, वो तुम्हारी बातों की फ़रमान ये तालियां, याद है मुझे, भूला नहीं हूं मैं। वो छोटी बातों पर नाराज़ होना तुम्हारा, वो डर-डर कर रहना तुम्हारा, फिर पछता कर रोना तुम्हारा, याद है मुझे, भूला नहीं हूं मैं। वो तोहफ़े तुम्हारे आज भी क़ैद है अलमारी में, कोई कसर नहीं छोड़ी दिल ने कलाकारी में, याद है मुझे, भूला नहीं हूँ मैं।

बयां भी नहीं कर सकते

बयां भी नहीं कर सकते, कुछ ऐसे है हालात मेरे.. जब नैनों की नैनों से हो मुलाकात तेरे, वक़्त को नज़रअंदाज़ करके, सामने से गुज़रे दिन-रात मेरे.. हर गम को फसाना चाहूँ.. हर क़दम को मिटाना चाहूँ.. वादों की महफ़िल में, मेरे हाथों में हो हाथ तेरे.. हर वक़्त रहना चाहूँ साथ तेरे.. तुमने तो कह दी दिल की बात, बन के अश्कों की बरसात मेरे .. तुम बरसो तो साथ मेरे... बहाने भी लगते है अज्ञात तेरे.. हम चाहते है मुख पर फ़रहात तेरे.. हम समझते है जज़्बात तेरे.. बयां भी नहीं कर सकते, कुछ ऐसे है हालात मेरे.. बयां भी नहीं कर सकते, कुछ ऐसे है हालात मेरे.. सुनके मिसरों की शुरुआत मेरे.. तुम समझो तो हालात मेरे..

अब कुछ ख़ास नहीं सुनाने को..

अब कुछ ख़ास नहीं सुनाने को.. अब नई नस्लें सिखाएंगी , प्यार के फ़साने को.. रूह और जिस्म का फर्क नहीं , इंसान और बाजारु चीज़ से तर्क नहीं, इस नए ज़माने को। चले है इश्क़ का पाठ पढ़ाने को। अभी पंख लगे नहीं मस्ताने को। और बात करते है, आसमां से तारे तोड़ लाने को। डरते है ये, खुद को दाव पर लगाने को। ये अंजान,बिन डोर पतंगे उड़ाने को। ये इंसान,बस नाम-ए-शाम कमाने को। गली और गालियों से वाकिफ़ है ये, मग़र दिल में प्यार नहीं जताने को। जिनके जहन में नहीं,सच सुनाने को। वो भी मोहब्बत की धुन गुंनगुनाने को। अब कुछ ख़ास नहीं सुनाने को..

I was feeling love.

I was feeling love but you never know how much I miss you? I was feeling love but tune samjha hi nhi. Mai tere hi to saath tha, Par tune jaana hi nahi. I was thinking of you, But you never thought of me.. I smile because of you, But you never smiled at me.. Tum the naraaz Mujhe pata hi na chala, Tum the meri aawaaz, Mai khamoshi me hi pala.. Tum the dil ka aagaaz, Mujhe pata hi na chala.. Tum bahki hava si, Nikal gyi kinaare se.. Mujhe pata hi na chala... I was feeling love, But you never understood me. I have a lot to say, But you never heard my heartbeat. I am not away, But you made me realized to meet.

मुझे मेरे अँधेरे की तलाश है..

मुझे मेरे अँधेरे की तलाश है.. आँखों में चुभता ये प्रकाश है.. ख़्वाबी तस्वीरों में कैद जो अपनी लाश है.. देख कर रोशनी रूह भी हताश है.. मुझे मेरे अँधेरे की तलाश है.. इसमें न भूख है, ना प्यास है.. न मैं, न मेरी ज़िन्दगी अय्याश है.. दिन-ए-महफ़िल में गीत भी निराश है.. डर कर लब बोले,आज गले में ख़राश है.. मुझे मेरे अँधेरे की तलाश है.. अब न कोई पछतावा, न ही 'काश' है.. बेखौफ हूँ मैं,लंबी रात जो मेरे पास है... तभी तो बालिन में रहता दूरभाष है.. निडर रहूँ मैं अंतिम दिनों में, ऐसी अब आस है.. मालूम है मुझे, अंत मे सबका विनाश है.. फिर भी मुझे मेरे अँधेरे की तलाश है...